जमीन पर बैठकर करिए भोजन, होंगे ये बड़े फायदे होंगे
floor health profits एक बार रानी लक्ष्मीबाई अंग्रेजो से मिलने के लिए गयी थी तो उस वक्त वो खाना खाने के लिए टेबल कुर्सी पर बैठने लगी तो उपहास उड़ाते हुए एक अफसर ने कहा आप भारतीय तो नीचे बैठकर खाने वालो में से है न? फिर आज टेबल कुर्सी पर क्यों बैठ रहे हो? इस पर रानी लक्ष्मीबाई ने कहा ‘स्वास्थ्य के लिए तो नीचे बैठकर खाना ही उत्तम है और हमारी संस्कृति से बेहतर कोई स्वास्थ्य नही जानता लेकिन अगर बात दुसरे की संस्कृति की आती है तो हम उनका सम्मान करना भी जानते है और बस आपकी संकृति का सम्मान रह जाए, इस वजह से यहाँ पर बैठ रहे है।’ रानी लक्ष्मी बाई का ये कथन तो बहुत ही छोटा था लेकिन इसमें लाख रूपये की बात थी जो उन्होंने कह दी।
floor health profits जमीन पर बैठकर के खाना बेहद ही लाभकारी होता है, ये बात आपको भी शायद ही मालूम होगी लेकिन जापान में भी और चीन के देहाती इलाको में भी लोग जमीन पर बैठकर खाने को ही उत्तम मानते है। ये स्वास्थ्य के लिए अति उत्तम माना जाता है। इस बैठते समय आपको पालथी मारके उस अवस्था में बैठना होता है।

इस अवस्था में बैठकर के आप सिर्फ दो दिन खाना खाइए, आपका पाचन पहले की तुलना में और भी ज्यादा अच्छे से हो सकेगा। जब आप पीठ सीधी करके बैठकर के खाना खाते है तो आपकी रीढ़ की हड्डी भी प्राकृतिक अवस्था में रहती है तो उसे भी काफी ज्यादा आराम आता है। जब इस तरीके से बैठकर के भोजन करेंगे तो आपका पोश्चर भी जायदा बेहतर होगा और आपका शरीर आकर्षक दिखेगा, ये चीज आपको एक दिन में नही कुछ महीनो तक करने के बाद महसूस होगी।

पुराने पुराण से लेकर ग्रंथो में भी एक ‘बाजोट’ शब्द का काफी वर्णन है जिस पर राजा महाराजा थाली रखकर के भोजन करते थे। बाजोट चार पैरो वाली एक लकड़ी की पट्टी का बना होता है जिस पर रखकर के भोजन किया जाता है और जब ये परम्परा इतने वर्षो से चली आ रही है तो क्यों न इसे आगे भी जारी ही रखा जाए? हालाँकि कई लोग इसे देखकर के असहज भी मसहूस करते है और जमीन पर खाना खाने में अपमानित सा महसूस करते है लेकिन ये नही सोचते है कि ये चीज हमें भविष्य में कितना ज्यादा फायदा देने वाली साबित होगी।
जमीन पर बैठते वक्त आपका पेट थोडा दाए बाए की तरफ कुछ विस्तार लेता है और आपकी आंते चौड़ी होती है जिससे भोजन आता है तो आपका खाना उनमे आराम से ठहर जाता है और खाने के बाद उन्हें एंजाइम से बड़े आसानी से पचाया जा सकता है। ये अपने आप में आपको बड़ा फायदा देने वाला है।